उत्तर प्रदेश चुनाव में शरद पवार निभाएंगे अहम भूमिका।
मुरारी सिंह
मुंबई: यूपी चुनाव की हुंकार मुंबई में बैठकर भरेंगे एनसीपी प्रमुख शरद पवार। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में तीन राज्यो में भाग लेगी।
मणिपुर में कांग्रेस और एनसीपी मिलकर चुनाव लड़ेगी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार।
कांग्रेस और एनसीपी की इस बारे में बातचीत जारी है,आनेवाले दो दिनों में इस बारे में निर्णय हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ,एनसीपी पार्टी और छोटे के दलों का समावेश हुआ है,ये सभी पार्टी मिलकर सीटों का बंटवारा कैसे हो,इस पर अनाउंस करेंगे, जल्द।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ हमारे साथ अन्य पार्टियों के भी बड़े नेता शामिल होने वाले हैं।
मुझे इस बात की खुशी है,की कांग्रेस पार्टी में कई जिम्मेदारियों को सम्भालने वाले आज अपने साथियों के साथ ये निर्णय लिया है,की वो एनसीपी का दामन थामेंगे। और कोशिश होगी, की पिछले 40 साल से अधिक समय से उन्होंने उत्तर प्रदेश में काम किया है,खुशी इस बात की है,की उत्तर प्रदेश जाने के बाद अपने साथियों से बात करेंगे। और सारे लोगों को एक साथ लेकर बीजेपी के सामने चुनाव लड़ेंगे ,मैं श्रीराज मेंहदी का स्वागत करता हूं।
उत्तर प्रदेश में परिवर्तन आनेवासले है।उत्तर प्रदेश में इस तरह से एक मुख्यमंत्री के तौर पर स्टेज दे इस तरह का भाषण देना,की राज्य में 20 प्रतिशत लोगो को छोडकर बाकि सभी उनके साथ है,इस तरह से स्टेज से एक मुख्यमंत्री को भाषण देना शोभा नही देता।
मौर्या इस्तीफा दिया, उन्होंने समाजवादी पार्टी को सपोर्ट देने की बात कही।ये तश्वीर दिखाती है,की उत्तर प्रदेश में परिवर्तन आनेवाला है।
जो भरोसा दिया गया था,उत्तर प्रदेश के लोगो को उस भरोसे पर उत्तर प्रदेश की सरकार खरी नही उतर पाई है।
शरद पवार की कैबिनेट मंत्री के बैठक को लेकर पवार ने कहा एसटी कर्मचारियों का मामला था,मुझे बुलाया गया,गर वहां जाना गलत था,क्या,इस तरह से छोटी बात कुछ लोग करते है,जो ठीक नही है।
शरद पवार--अगर कोरोना से पूरी तरह छुटकारा पाना है,तो कही न कही कड़ाई तो बरतनी ही पड़ेगी।इस बारे में जो भी एक्सपर्ट की टीम है,वो लोग अपनी सजेशन बार -बार देते रहे है।जो भी कार्यक्रम हो,चुनाव हो या कुछ और नियम का पालन सभी को करना चाहिए।
पंजाब को लेकर--पंजाब में बदलाव होगा कि नही,इस पर आज कुछ भी कहना मुश्किल है।पहले एक माहौल था,लेकिन जिस तरह से हाल ही में कुछ बाते हुई,उसके बाद कुछ भी कहना या कांग्रेस के लिए स्थिति अनुकूल है,या नही ये कह पाना अभी मुश्किल है।