टेम्भुर्णी ग्रामपंचायत का नया आदर्श

टेम्भुर्णी गांव के लागो ने व्हॅक्सीन नही लेणे वालो को गॊव मे आने पर पाबंदी

नांदेड (महाराष्ट्र)


नरेश तुप्तेवार

नांदेड जिले के हिमायतनगर तहसील मे आणेवले टेम्भुर्णी गांव ने एक गावं का नाम रोशन करणेवाली बात सामने लायी है।गांववालो ने व्हॅक्सीन नही लेणे वालो लोगो को गांव मे प्रवेश न  देने निश्चय किया इस तरह का ठराव ग्रामसभा मे पारित किया है। खास बात यह है की इस गांव के लोगो ने पहिली व्हॅक्सीन 100 प्रतिशत तो दुसरी व्हॅक्सीन 75 प्रतिशत तक पुरी की है। कोरोना के बिमारी ने पुरे जग मे हाहाकार मचा दिया है तो दुसरी लॉट मे ज्यादा से ज्यादा लोगो ने जाण गवा चुके है।कही लोगो ने अपने परिजन को खोया है, तो कयी बचो ने अपने माँ बाप को खोया है यह गंभीर परिस्थिती यहा के लागो ने नजिकिसे  देखी है।  कोरोना  मीटाना है तो पुरी तरह से टिकाकरण होणा जरुरी है। लोग लसीकरण से डरते है। खास करके ग्रामीण इलाके मे टिकाकरण करणे से डरते है। लॉगो को व्हक्सीन करवाने के लिये प्रशासन भी जी  जाणे से प्रयास कर रहा है।

हिमायतनगर मे आणेवले टेम्भुर्णी गांव की संख्या लगभग 900 की है।इस छोटेसे गांव ने पुरे देश को आदर्श देने वाला उपक्रम किया है टिकाकरण नहीं करणे वाले व्यक्ती को गांव मे प्रवेश न देणे का निश्चय किया है इसके लिये उनहोणे टीम बनाई है जिस्मे टिकाकरण करनेवाला का प्रमाणपत्र देखा जाता जिनका टिकाकरणं नाहि करणे वालो को खुद्द लेक जाकर व्हॅक्सीन दिलाते है उसके बाद उसे गांव मे प्रवेश दिया जाता है। इसके पहले भी इस गांव ने सरकार की ओर से चलाणें वाली शौचालय की योजना सबसे पहले इस गांव के लॉगो ने सुरुवात की नाही जीसकी चर्चा पुरे महाराष्ट्र मे हुयी थी।

अब ओमायक्रॉन के बढती हुयी तीव्रता को देखकर इस बार  दो टीके लगाने  वालो लोगो को गांव मे प्रवेश  देकर फिर एक बार अपने गांव और जिले का नाम रोशन करणे का और अन्य गांव को इस योजना के अमल करणे का एक नया आदर्श सामने रखा है।

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